जयपुर: राज्यपाल कलराज मिश्र ने सोमवार को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के फेसबुक पेज पर लाइव किया. उन्होंने आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी विषय पर व्याख्यान दिया. राज्यपाल ने कहा है कि वाइब्रेंट डेमोक्रेसी यानी जीवंत लोकतंत्र भारत की मुख्य ताकत है. चीन भारत का मुकाबला नहीं कर सकता है. जो उद्यमी और निर्माता लोकतंत्र, मानवाधिकार और बाल शोषण के उन्मूलन को महत्व देते हैं, वे साम्यवादी चीन के स्थान पर भारत के साथ डील करना चाहेंगे. कोविड-19 के बाद की दुनिया में एक बार फिर भारत को नई शुरुआत करनी होगी, जिसके लिए कई छोटे और मध्यम उद्यमियों को सरकारी प्रोत्साहन की आवश्यकता होगी.
आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी विषय पर व्याख्यान:
राज्यपाल ने सोमवार को राजभवन से व्याख्यान में कहा कि भारत में स्वदेशी एक विचार के रूप में देखा जाता है, जो भारत की संरक्षणवादी अर्थव्यवस्था का आर्थिक मॉडल रहा है. राष्ट्र इस विचार की वकालत भी करता रहा है. आत्मनिर्भर भारत बनाने में स्वदेशी का विचार अत्यधिक उपयोगी है. खादी ग्राम उद्योग के उत्पादों की बढती मांग इसका उदाहरण है. भारत की आत्म-निर्भरता का मतलब दुनिया से कनेक्शन तोड़ लेना नहीं है.
आयुर्वेदिक काढ़े और जड़ी-बूटियों आदि की मांग बढ़ी:
हमें लोकल चीजों को लेकर वोकल होना चाहिए. यानी भारतीयों को स्थानीय चीजों के बारे में ज्यादा बात करनी चाहिए. वर्तमान प्रचलित उपचार पद्धति कहती है कि कोरोना की दवा किसी के पास नहीं, परंतु भारत की हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन जैसी दवा मांगने के लिए दुनिया के तमाम देशों ने गुहार लगाई. आयुर्वेदिक काढ़े व जड़ी-बूटियों आदि की मांग भी बढ़ रही है. प्रारम्भ में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रो. कौशल किशोर मिश्र ने व्याख्यानमाला की जानकारी दी.